प्रेम, शांति, और आभार का माहौल बनाने के लिये कई 100 करोड़ रुपये प्रतिदिन खर्च करना कभी-कभी महँगा पड़ जाता हैं लेकिन अगर लंबे दौड़ में देखा जाये तो मेरे देश के लिये ये महँगा सौदा नहीं हैं। मेरे देश में प्रेम, शांति और आभार का माहौल जीतने दिन रहेगा मेरे देश का ऐश्वर्य उतने तेजी से बढ़ेगा। दूसरा तरीका हैं मेरे देश के ऐश्वर्य को बढ़ाने का शिक्षा व्यवस्था को मजबूती प्रदान करके। देशवासियों को intermediate, graduation, post-graduation, और phd करने के लिए मेरे देश में 100 से अधिक नये उच्च कोटि के विश्वविद्यालयों की आवश्यकता हैं। ऐसे विश्वविद्यालय जहां technical, arts, commerce, और medical आदि विधाओं में डिग्री मिलता हो। इस कार्य के लिये कई करोड़ करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान हैं और इतने रुपये का निवेश करके अगर किसी प्रकार शिक्षा व्यवस्था निशुल्क बना दिया जाये तब तो मेरे देश का ऐश्वर्य दो दशक में कहा से कहा पहुँच जायेगा इसका सिर्फ अनुमान ही लगाया जा सकता हैं। इस काम को करने में एक सवाल यह उठता हैं की इतना बड़ा निवेश करने के लिये रुपये आएंगे कहा से। मेरे देश का कारोबार अभी तो सिर्फ कुछ हजार करोड़ का ही हैं। धन्यवाद श्री कृष्ण, धन्यवाद श्री अर्जुन।
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