मित्र देश अपने-अपने देश का ऐश्वर्य बढ़ाने के लिये तेजी से सफलता के सीढ़ी को चढ़ रहे हैं। संसाधनों को बनाने, जुटाने और प्रयोग करने का कार्य बड़ी कुशलता से करते हुए मित्र देश अपना हर दिन उत्सव की तरह मना रहे हैं। मेरे देश के देशवासियों को मेरे बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिये मित्र देशों से प्रेरणा लेकर तन-मन-धन से मेरे देश का ऐश्वर्य बढ़ाने में लग जाना चाहिए। दिन दुगनी और रात चौगुनी तरक्की करने के लिये देशवासियों को व्यापार को बढ़ावा देना होगा जिससे मेरे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगा, सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त होगा और अच्छे देशों से मित्रता होगा। धन्यवाद श्री कृष्ण, धन्यवाद श्री अर्जुन।